ज़ुल्म जब हद से ही बढ़ जाये,तो बला आती है ये न समझो कोई मज़लूमों की, नहीं सुनने वाला एक मालिक है वो ,हर राह में रहने वाला एक वो ही तो है, हर आह को सुनने वाला -Ashraf Fani Kabir #coronavorus