तन्हाई को चुना मैंने ये चाँद जो पूनम का दिख रहा है एक अक्स इसमे खिल रहा है झुकी पलके खामोश लब क्यों ज़िक्र तेरा किया सबने तन्हाई को चुना मैंने वो बातें अधूरी रात में हाथ तेरा मेरे हाथ मे चाँद को तकना साथ मे क्यों खयाल ये बुना हमने तन्हाई को चुना मैंने तन्हाई को चुना मैंने #yourquote #yourquotebaba #yourquotedidi #abtar #tanhai #chaand #jikr