बदल लेगा तू खुद को जहां भी , जैसे भी हालात हो क्यूंकि तेरा उस्ताद मैं हूं हां मैं समय हूं.. तू जब जब जितना नीचे गिरेगा एक नई बुलंदी को छुएगा क्यूंकि तेरा उस्ताद मै हूं हां मैं समय हूं समझ जाता है बड़े करीब से तू मेरी नजाकत हां "राठी साहब" ये मै हूं हां मैं समय हूं।। #VS