कीचड़ युक्त पानी जब स्थिर हो जाता है तो उस में धूल मिट्टी नीचे बैठ जाती और स्वच्छ पानी ऊपर देने लगता है अग्नि मन को स्थिर करने पर भी यही है सकारात्मक उपयोग विचार प्रभावी होकर पूर्णता को प्राप्त होते हैं वैसे जीवन को एक सार्थक गति मिलती है वैसे तो अधिकांश कार्य हमारा शरीर करता है लेकिन उसे चलाता हमारा मस्ती पर मस्ती को चलाने वाला मन है मन की उच्च गति के अभाव में ना तो मस्ती की कार्य करेगा ना ही शरीर के शरीर को सही गति प्रदान करने के लिए मन पर नियंत्रण और उसे साकार प्रदान कर आना अनिवार्य है शरीर और मन की गति में अंतर ही समस्याओं का मूल है रेलगाड़ी के डिब्बे तक पहुंच पाते हैं इनके साथ चलते चलते हैं में आवश्यक है इसी प्रकार शरीर और मन में भी संतुलन एवं अनिवार्य भाग जा रहा है किंतु उसका साथ नहीं दे पा रहा है तो समस्या आएगी तो इंजन भाग जा रहा है मगर उसकी गति इतनी तेज चल रहे हैं उतरने की अवस्था आने वाली है उनके बीच की टूटने वाली है ऐसी स्थिति में इंजन की गति को नियंत्रित करना एक बार के इंजनों के बीच पड़ने से बचना है क्या तेजी से दौड़ते इंजन वाली गाड़ी में बैठे यात्री सुरक्षित होंगे शायद नहीं इसलिए इंजन इतना इंजन रूबी मन दोनों की गति पर नियंत्रण जरूरी है ©Ek villain #स्थिर और संतुलित मन #hugday