शाहिद हुए है नौजवानों वीरगति को प्राप्त कर, आभास ना हुआ था उनको शहीद नाम है भाग पर , देश के अनितियो को नीति में बदल दिया , युद्ध के खड़े सिपाही देश को बदल दिया, मासूमियत के कर्ज में जो उपासना पे चल पड़े , शालीनता भरे हृदय से उपासना का व्द्ध करे, बात थी वो शान की जो दाव पर लगा दिया, भयावहता के दौर में भी खुद को वो लूटा दिया, बैसाखी जैसे पर्व को लहू से वो मना लिया, अंग्रेजो के वो शत्रु थे , प्रहार में जंग हरा दिया, इतिहास सुनकर अधर्म की , जलियावला बाग याद दिला गया। ।खुशी। jai hind🇮🇳 jai hind