ऐ गुजरने वाले सुन, तेरे शब-ऐ-सफ़र में, मैं तो बस एक खामखा हमराही थी मगर, ता उम्र ज़िक्र होगा, के सिर्फ़ तेरी मौजूदगी से जाने क्या क्या तबाह हुआ। ©Aradhana Mishra #2020