कुछ मिला ही नही जिंदगी में मुझे एक दिलासा ही मेरे सँग रह गया।। देखा था ख्वाब बरसो पहले कभी। ख्वाब ही बस मेरे अब सँग रह गया।। मंजिलो के मिरे रास्ते थे कठिन। चाह कर भी नही पा सका आज तक।। थक के रुक गया मन से हारा हु मैं। हौसलो पे ही मैं टिका रहा अब तक।। मन के विस्वास का अब सँग रह गया। एक दिलासा ही मेरे सँग रह गया।। हमको जो भी मिला सब सपना मिला। कोई भी तो ना मुझे अपना मिला।। हर कदम पे ही काँटे बिछाए गए। भूलकर कोई एक फूल भी न मिला।। नाम ही बस मेंरा अब सँग रह गया। एक दिलासा ही मेरे सँग रह गया।। गीत