शहर हो चुका आदमी अपने मन के गांव को दूसरों से बचा कर रखता है अपने मोल अपनी पहचान छुपा के रखता है ताकि कहीं इमारतों के पिल्लर उसे कच्ची गलियां नहीं समझ जाए ©Vikas Verma #CityEvening #citylights #gaav #gaavkimitti #gaavwalaldka #shahar #SheharKiShaam #LastNight