।। कर्म ।। कई बार व्यर्थ हो जाती है तपस्या विफल हो जाता है प्रयास, जब तुम नहीं रहते हो, कर्म के प्रति निष्ठावान सिद्धार्थ से बुद्ध बनना, इतना आसान थोड़े ही है। - पंकज #हिन्दी_कविता #कर्म #पंकज