गलती ना उसकी थी। ना मैने कोई खता की। ना कहने की जल्दी मुझे थी। ना देर उसने की। वो तो वक्त ने शिक्का अपना था चलाया। हमें अलग करने के लिए। फिर भी बिछुड़ने का दुःख मुझे भी था। शायद उस से ज्यादा नही। उस से ज्यादा नही। #किश्मत#का#खेल#