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वो बीते दिनों की याद, सुकून के घर को आग लगाती है..

वो बीते दिनों की याद,
सुकून के घर को आग लगाती है..!
तड़पती हैं रूह भी इधर-उधर,
और जिस्म को सुलगाती है..!

©SHIVA KANT(Shayar)
  #tootadil #beetedinokiyaad