#कुछ_नहीं_बदला ------------------------- आज सुबह जल्दी उठ गया था सूरज को निकलते हुए देखा , ठीक बिल्कुल वैसा ही - जैसा हमेशा से देखता आया हूं थोड़ा सुकून मिला ..... मनपसंद किताब से थोड़ी गुफ्तगू कर ली देखा अभी तक मेरी किताबों को मैं पसंद हूं कुछ नहीं बदला...... आज भी अपना खाना खुद बना कर खाया रूम की सफाई की और मन किया तो सो लिया। गजब की नींद आयी यार.... कुछ सच्चे दोस्तो से बातें की , वो जानते है मुझे मनचाही फिल्म दुबारा देख ली , दो गाने भी सुने मेरी आदते नहीं बदली ..... थोड़ा समय खुद के साथ बिताया , कुछ बातें हुई खुद से दो नए फैसले लिए , खुद के लिए और अब कुछ नहीं बचा तो , कुछ लिख रहा हूं...... किसी के ज़िन्दगी में होने ना होने से कुछ नहीं बदलता मेरे पास खुश होने के हजार विकल्प है .... ______________________________ ©️-----_ मुकेश _----- #कुछ_नहीं_बदला🙃🙃🙃 सुुमन कवयित्री