सुनो तुम मेरे लिए खास हो ꫰ मेरे दिल का एहसास हो ꫰꫰ दीखते नहीं तन पर ꫰ ऐसा तुम लिबास हो ꫰꫰ दूर हो हमसे तुम ꫰ मगर दिल के पास हो ꫰꫰ रोकूं तुम्हे सपनो में ꫰ हकीकत में बस अभास हो ꫰꫰ दूर रखे ज़माना से ꫰ मेरे दिल का एक राज़ हो ꫰꫰ सुने हम धुन कोई ꫰ जैसे कानो केे लिए साज़ हो ꫰꫰ ©JaYesh GuLati जो नही हुई हमको आज तक ꫰ तुम उस मोहब्बत का एहसास हो ꫰꫰ . . . . . .