एक वो जमाना था जिसमें खुशियों का ठिकाना था आसमान छूने की ख्वाईश थी हर एक सपना सुहाना था। ना दुनियादारी की बंदिशें थीं न दौलत का पैमाना था बस मिट्टी की खुशबू थी हर एक दोस्त पुराना था। मां-पापा की डांट में प्यार भरा अफसाना था कागज़ की कश्ती थी लहरों के उस पार जाना था। रूठने-मनाने के खेल में छिपा एक बहाना था तेज भागती जिंदगी में दिल बचपन का दीवाना था। आज का शब्द है 🌸 "बचपन ( Childhood )"🌸 अर्थ- शैशव, प्रारंभिक अवस्था, बचपन, बाल्यावस्था, प्रथम अवस्था कृपया पहले ध्यान से "CAPTION" पढ़े 🌸कृपया ध्यान रखिएगा की हमारे साथ COLLAB करते समय आपका "COLLAB" का option भी ON हो। अन्यथा आपकी एंट्री प्रतियोगिता से बाहर हो जाएगी🌸 और "COLLAB" करने के बाद "COMMENTS" में "DONE" ज़रूर लिखे जिससे आपकी रचना तक हम आसानी से पहुँच सके! अगर आप "COMMENTS" में "DONE" नही लिखते तो आपकी रचना हमारी नज़रों से छूट सकती है जिससे आपकी रचना प्रकाशित नही कर पाएंगे इसलिए ध्यान से "COMMENTS" में "DONE" लिखें😊