सुन! मितवा बातें तो तुमसे बहुत की, कभी मिलने का भी सोचा है, इतना अरसा हो गया तुम्हें देखे, मिलने को अब दिल भी मचलने लगा है, ना जाने कितने ख्याब सजाए हैं तेरे साथ उनको भी तो पूरा करना है, सुन मितवा! ये दिल अब मिलने को तड़पने लगा है।। तेरे कांधे पर हाथ रखकर चलना, तेरी गोद में कुछ वक्त चैन की नींद सोना, साथ बैठकर तेरा रूठना और मेरा मनाना, और साथ में आइसक्रीम भी तो खानी है ना, बहुत कुछ ख़याईसे हैं इस दिल की, सुन मितवा! इन सुनहरे लम्हों को तेरे साथ बिताने ये दिल अब मिलने को तड़पने लगा है।। अपनी भी है एक दुनिया जहाँ तुम मुझे रोज़ाना मिलती हो, अपनी प्यारी-प्यारी शरारतों से मुझे सताती हो, सपनो का अपना शहर जहाँ तुम रोज़ाना आती हो, सुनो! कभी हकीकत में भी मिलने आओ ना, सुन मितवा! चल अब मिलने भी आ जाओ ना।। -धर्मेंद्र कुमार ©Halat_e_zindgi #lovepoem #lovefeeling #nojotohindi2020 #nojoto #lovetopic #shayrikiduniya #leaf