हमने थोड़ा रो दिया और ज़माने में गुफ्तगू हो गयी पर्बतों को कैसे पिघलाया जाये सब की जुस्तजू हो गयी मंज़िलों ने हमें बुलाया था एक रोज़ रास्तों से छुपा कर कदमों से कैसे टकराया जाये पत्थरों की आरज़ू हो गयी आज छत पर मिलने ना गए, और महताब बागी बन गए हमने भी लहू के दीये जला दिए और शुआ आबरू हो गयी हमें लेने आयी थी बड़े रौब से झूठी गवाई देकर मौत को आइना दिखा दिया, खुद ही से रूबरू हो गयी never give up Never give up #life #nojoto #quotes #gazal #shayari #hindi #urdu #motivation #zindagi #strong #nojotofamily