सुभग सौभाग्य से हुई नवभोर है, कलरव पक्षियों का चहुँओर है, इन उनींदी नेत्रों के पट खोल दो, देखो नृत्य करते दादर मोर है। 📥 RKS Dare :- ◆RKSLN - 45 📇 #RKSLNcollabs आपका हार्दिक स्वागत करता है..😊🙏 💫RKS DARE 45 :- "भोर अर्थात :- सबेरा / सुबह आज के Dare में आप सभी रचनाकार "भोर" शब्द को लेकर रचना करें..!!