नहीं आता रिश्तों की गाँठों को सुलझाना इसलिए सारे अजीब और उलझे धागे को ही तोड़ दिया हमने जिसे जो समझना होगा समझ जाएगा सब कुछ समझाने के लिए कुछ भी कहना छोड़ दिया हमने हर कोई अपनी-अपनी जरूरत के हिसाब से आज़माता है अब सभी की जरूरत बनना छोड़ दिया हमने गुलदस्ते में फूलों की जगह काटें बनकर रहते हैं कुछ लोग जिनको नकाब पसंद है उनसे वास्ता रखना छोड़ दिया हमने ©Samriddhi Mourya #Life #thought #nojoto #vasta #nakab #reshte #jarurat #guldaste #IndianLegends