लौट कर आने वाले थे जो गजरे का श्रृंगार छोड़ गए थे न जाने कहाँ चले गए शायद वो सरहदों को प्रेम कर बैठे।। लौट आने वाले थे लोग वो कहाँ रह गए। #लौटआनेवाले #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi