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पंचायत पंचायतों में बैठो, लोगों को बताओ, सच्चे भार

पंचायत पंचायतों में बैठो, लोगों को बताओ, सच्चे भारतीयों आगे आओ!

पिछले वर्ष कोरोनावायरस के प्रकोप (कहर) के दौरान भी और इस समय भारत में आई महामारी और हाहाकारों जहां हस्पतालों और घरों से लेकर कबरुस्तान, शमशान आदि जगहों पर लाशों की लाईने आपने देखी हैं । जिन लाशों को साथ रहने और हाथ लगाने से खून के सम्बंधी घर वालों और रिश्तेदारों की हिम्मत नहीं होती, वहां पी एफ आई (POPULAR FRONT of INDIA) के ट्रेंड समाजसेवी मौत से न डर कर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को पूरा करने में सदैव आगे रहते हैं।
उस "पी एफ आई" के ख़िलाफ़ "आर एस एस-राष्ट्र सर्वनाशी संघ और भाजपा" व सरकारों ने भरपूर दुष्प्रचार करने की, अपने ग़ुलाम व स्वार्थी मीडिया(गोदी मीडिया) के साथ मिलकर प्रतिबंध की मांग की मुहिमें चलायी हैं और आज भी अपनी शैतानी हरकतों की देश विरोधी गतिविधियां जारी हैं, ऐसे में यह बताने की हिम्मत इन मक्कारों और देश द्रोहियों को नहीं है कि "आर एस एस" पर भी आज तक तक कितनी बार प्रतिबंध लग चुके हैं और इसे क्यों भंग (DISBAND) नहीं किया जा रहा है ?

©Mohammed Shamoon #Panchayat
पंचायत पंचायतों में बैठो, लोगों को बताओ, सच्चे भारतीयों आगे आओ!

पिछले वर्ष कोरोनावायरस के प्रकोप (कहर) के दौरान भी और इस समय भारत में आई महामारी और हाहाकारों जहां हस्पतालों और घरों से लेकर कबरुस्तान, शमशान आदि जगहों पर लाशों की लाईने आपने देखी हैं । जिन लाशों को साथ रहने और हाथ लगाने से खून के सम्बंधी घर वालों और रिश्तेदारों की हिम्मत नहीं होती, वहां पी एफ आई (POPULAR FRONT of INDIA) के ट्रेंड समाजसेवी मौत से न डर कर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को पूरा करने में सदैव आगे रहते हैं।
उस "पी एफ आई" के ख़िलाफ़ "आर एस एस-राष्ट्र सर्वनाशी संघ और भाजपा" व सरकारों ने भरपूर दुष्प्रचार करने की, अपने ग़ुलाम व स्वार्थी मीडिया(गोदी मीडिया) के साथ मिलकर प्रतिबंध की मांग की मुहिमें चलायी हैं और आज भी अपनी शैतानी हरकतों की देश विरोधी गतिविधियां जारी हैं, ऐसे में यह बताने की हिम्मत इन मक्कारों और देश द्रोहियों को नहीं है कि "आर एस एस" पर भी आज तक तक कितनी बार प्रतिबंध लग चुके हैं और इसे क्यों भंग (DISBAND) नहीं किया जा रहा है ?

©Mohammed Shamoon #Panchayat