ए मेरे देश के कानून जब! हैवानों ने बुझा दिए हों दिये जिसकी छोरी के, चीटियां लग गई हो मान -सम्मान की बोरी के, चिथड़े हो गए हो मां की उस लोरी के, टूट गए हो घुटने जिस मां-बाप के, वो मां बाप क्या चक्कर लगाएंगे, तेरे कोर्ट -कचहरी के...! -@mk rape