ऐ हिंदी मेरी जान है तू, मेरे लफ़्ज़ों की शान है तू। है मेरी मातृ भाषा तू, मेरे व्यक्तित्व का आधार है तू। मेरे भावों की अभिव्यंजना तू, मेरे विचारों की पहिया है तू। मेरे कलम की प्रिय स्याह है तू, मेरी लेखनी का श्रृंगार है तू। है संचार का माध्यम तू, प्रगति का प्रतीक है तू। इतिहास का अभिलेख तू, सभ्यताओं की गवाह है तू। मेरे कलम की सच्ची श्रद्धा है तू, मेरे जीवन का सारांश है तू।। ©Pragya Ratan Shrivastava #प्रज्ञास्मि #कविता #हिंदी #nojoto #nojotohindi #nojotopoetry #NojotoFamily #Hindidiwas