उलझ जाने को मैं कौन सा धागा हूँ। सीधी साधी सड़क रख्खा सबब मेरा ©️✍️ सतिन्दर ©कुछ लम्हें ज़िन्दगी के उलझ जाने को मैं कौन सा धागा हूँ। सीधी साधी सड़क रख्खा सबब मेरा । ©️✍️ सतिन्दर #kuchलम्हेंज़िन्दगीke #satinder #सतिन्दर #नज़्म #poetry #shyari #walkingalone pooja negi#