मुद्दतों के बाद "इश्क़" का फ़िर पैग़ाम आया है बरसों बाद लबों पर उनके हमारा नाम आया है रब ने दी खुशियाँ, "इश्क़" का फ़रमान आया है आयेंगे वो लौट कर, खुशी का "सगुन" आया है फ़िर दुनिया मेरी खूबसूरत होगी, महबूब आया है लबों से लब मिलेंगे,प्रेम ने खुशी का राग गाया है सजेगी महफ़िल की रौनक-ए-महफ़िल आया है लहर मिलेगी सागर से लहरों में "ख़ुमार" छाया है आरज़ू मुकम्मल होगी अब रब लौट कर आया है हाथ में तेरा हाथ होगा,खुशियाँ का साथ आया है रमज़ान:_ इश्क़ का पैगाम #kkr2021 #kkइश्क़कापैग़ाम #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #अल्फाज_ए_कृष्णा