कोई पराया भी लगा अपना, कोई अपना भी लगा पराया, ज़ख़्म भी दिया परायों ने, और अपनों ने मरहम भी लगाया। कोई रूठा, कोई माना, कोई नया मिला, कोई पुराना, जब तक जीयेंगे, तब तक याद रहेगा यह ज़माना। हम तो हैं फूल, और परेशानियों के काँटों से भरी डाली है, फ़िकर किस बात की, जब खुदा ही अपना माली है। जो कुछ सीखा है अब तक, वह सब काम आएगा, जब अंजानी राहों पर चलने को अपना नाम आएगा। दूर तक देखोगे तो मौत सामने खड़ी है, हौले हौले जियो, ज़िंदगानी अभी बहुत बड़ी है। बीती हुई ज़िंदगी, सीख की छड़ी है, आने वाली ज़िंदगी, इम्तिहान की घड़ी है। #2020 #साल #दशक #बचपन #नौकरी #yqdidi #bestyqhindiquotes #ifyoulikeitthenletmeknow