जबा तो खोल ये तेरी गुलामी की जंजीर तोड़। मर तो तू पहले ही गया था। आज अपनी आने वाली नस्ल के लिए बोल। हाजी इम्तियाज़ #हजी इम्तियाज़#एर्तुगल गाज़ी