पहले राम के नाम पे तो किसी भगवान के नाम पे चुनाव आते ही मुल्क बँट गया हनुमान के नाम पे पहले तो मज्जिद तोड़ते और मंदिर जलाते थे अब वो कब्रिश्तान जला रहे है शमसान के नाम पे पहले तो बाबर की नस्ले कभी ख़िलज़ी की औलादें अब देशभक्ति चेक होगी डीएनए-खानदान के नाम पे पहले हिन्दू के नाम पे कुछ मुशलमान के नाम पे सियासत बद्नुमा कालिख रही हे इंसान के नाम पे पहले क्यूँ चन्दन नहीं लगाया क्यूँ टोपी नहीं पहनी अरे कुछ तो रहम करो खुद पर हिंदुस्तान के नाम पे पहले तादाद बढ़ रही थी सभी आतंकबादी बन रहे थे अब रहमान घर में ठीक है पर मलखान के नाम पे पहले गाय के नाम पे कभी लव ज़िहाद के नाम पे अब भीड़ इंसान मारती है एक फरमान के नाम पे चंद नहीं बोलते बंदेमातरम न भारत माता की जय फिर गाली सबको क्यूँ देते हैं पाकिस्तान के नाम पे पहले बकरे हलाल हो रहे बेजुवां का खून बह रहा अब आका को कुर्सी चुभ रही रमजान के नाम पे एक दिन उन सब के मंसूबो पर पानी फिर जायेगा गर जो हम डट कर मिलकर खड़े रहे राष्ट्रगान के नाम पे अगर मुमकिन हो सके बँटवारा तो चलो हम करते है दुबारा तू मुझे पढ़ रामायण के नाम पे में तुझे पढूं कुरान के नाम पे #करन"राही" #NojotoQuote #सियासत