ताज़ा गज़ल मुहब्बत में कहीं दिल लगे ये ज़रूरी तो नहीं, जहाँ दिल लगे वो मुहब्बत हो ज़रूरी तो नहीं । अव्वल हैं हम,तेरे चाहने वालों की सूची में, तुम्हें भी हमसे,ऐसी चाहत हो ज़रूरी तो नहीं । आँखें मिलाकर कभी,नज़रें चुराई नहीं हमने, आज सर उठाया तो बग़ावत हो ज़रूरी तो नहीं । चेहरे पर ग़म की झुर्रियाँ, आने तक नहीं देते, पर दिल में सुकून,राहत हो ज़रूरी तो नहीं । शिवा अधूरा #muhabbat#jaruri_to_nahi#my_poetry#nojoto#nojotohindi