जिंदगी के खेल में कभी बढ़ती है दुरीयां तो कभी नजदीकियाँ। इस मुश्किल हालातों में हमनें कभी अपनों को खोया तो कभी दुर रहकर परायों ने समझा हमें यंहा। इन हालातों में अपनों ने कहीं ठुकराया तो कभी परायोंने इंसानियत सिखाई हमें। कहीं आर्थी यों को कंधा देनेसे नकारा अपनों ने तो कहीं परयों ने अपना समझकर संभाला हमें। इस जिन्दगी के खेल में बहोत देखी दुरीयां-नजदीकियाँ हमनें। अपने-पराये अमिरी-गरीबी से उठकर इंसान ही आता है इंसान के काम ये सिखा है हमनें। खेल है ये ज़िन्दगी का, दूरियाँ नज़दीकियाँ... #दूरियाँनज़दीकियाँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi