वह नहीं आती पर निशानी भेज देती है ख्वाबों में दास्तां पुरानी भेज देती हैं कितनी मीठी है उनकी यादें आंखों में कभी-कभी पानी भेज देती हैं ©Mushahid Sheikh शायरी राइटर जुनैद अकरम #welove Suman Zaniyan