भुलाता हूँ भुलायी नहीं जाती। मेरी यही एक आदत नही जाती ।। हज़ार ख्वाइसे दबी की दबी रह गई । एक तू है मेरे सामने नही आती।। बा -अदब पेश आते है तुम्हारे सामने । दिल बत्तीमीज़ी की इजाज़त नही देती ।। मै कितना झूठा हूँ,तू कितनी सच्ची । इन सच्ची झूठी बातों से मोहब्बत नही जाती।। @gokul #alone #gkwrites