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Sea water हम मिले थे तुम्हें पल दो पल के लिए, ना स

Sea water हम मिले थे तुम्हें पल दो पल के लिए, ना साथ अपना था ये उम्र भर के लिए।
दे रहा हूं दुआएं सदा खुश रहो हो, गई तुम पराई सदा के लिए।।



१) मेरे दिल पे हुकूमत रहेगी तेरी, जब तलक सांस है तू रहेगी मेरी,
जब तलक ये फलक, चांद हैं, तारे हैं, मैं तेरा श्याम हूं तू है राधा मेरी।


२) ये हाथ मेहंदी लगे चूड़ियों से सजे, हैं लिपटकर कहे हम जुदा हो रहे 
ये मांग सिंदूर की मुझसे है कह रही, क्यों रो कर भला अब दामन भिगो रहे।



३) ये रंग होली का मुझको बड़ा सतायेगा, अब कौन कान्हा कह कर मुझे बुलाएगा,
तेरे जैसी मोहब्बत जहां में नहीं, अब कौन चाय झूठी मुझे पिलायेगा।


४) रो रहा है समा, रो रहे हैं दिये, मेरे महबूब, मेरी सखा, हे  प्रिये! 
कल ही तो मेरी बाहों के घेरे में थे, आज दामन छुड़ाकर कहां चल दिए।


५) जा रही हो तुम्हारी वफा चाहिए, अब तुम्हारे शहर से विदा चाहिए,
भर चुका है मोहब्बत से अब दिल मेरा, ऐ सनम!  मुझको अब बस कज़ा चाहिए।



कवयित्री:-  प्रज्ञा शुक्ला ' सीतापुर

©#काव्यार्पण
  हम मिले थे तुम्हें पल दो पल के लिए, ना साथ अपना था ये उम्र भर के लिए।


दे रहा हूं दुआएं सदा खुश रहो हो, गई तुम पराई सदा के लिए।।


१) मेरे दिल पे हुकूमत रहेगी तेरी, जब तलक सांस है तू रहेगी मेरी,

हम मिले थे तुम्हें पल दो पल के लिए, ना साथ अपना था ये उम्र भर के लिए। दे रहा हूं दुआएं सदा खुश रहो हो, गई तुम पराई सदा के लिए।। १) मेरे दिल पे हुकूमत रहेगी तेरी, जब तलक सांस है तू रहेगी मेरी, #dastan #Seawater #Kavyarpan #darbaredil #singhhanny

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