Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं वो सपना हुं जो हर आंख देखना चाहती है मैं वो स

मैं वो सपना हुं जो हर आंख देखना चाहती है 
मैं वो सपना हुं जिसको हकीकत हर कोई बनाना चाहता है...
पर मेरे खुद के सपनों का क्या
जिसे समय चक्र ने लूटा
समाज की मर्यादा ने छीना
मेरे अपनों ने तोड़ा 
सपनों पर भारी पड़े कुछ सत्य 
मेरे सत्य को असत्य साबित करते 
मेरे दिल और दिमाग
आईना बदलने लगा मेरे सपने
और शायद मैं अब खुद भूलने लगी सपने
सपनों का दौर अब अंत के कगार पर है
समाज के सत्य की विजय और 
इक औरत की सपनों की कीमत कौड़ी
सपनों के पीछे भागना अब छोड़ दिया
जाओ अब इन आंखों ने सपने देखना
ही छोड़ दिया.....
@deepalidp

©Deepali dp
  #kitaabein #deepalidp #rahaterooh #mojzamiracle #dikibaatein