दिल के अरमानों को अंजाम तक पहुंचाना है मुझको, हां, भीड़ नहीं बनना है मुझको, लेकिन भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाना है मुझको, #शेखर भीड़ नहीं बनना है मुझको भेड़ नहीं बनना है मुझको भीड़ के हाथों नहीं सौंपना है ख़ुद को #भीड़नहींबनना #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi