शाम इतनी जल्दी पहले कभी आती ना थी..... वह हल्की हल्की थकान, वह तेरा मुस्करा के चाय के प्याले का धीरे से मेरी तरफ सरकाना, वह चंद अल्फाजों में लपेट कर हम शाम को थोड़ा थोड़ा जिया करते थे, चाय की चुस्कियां हो जैसे.... तुम्हारी वह बात अभी तक याद हैं जब तुमने अपने बीमारी की बात बताई थी, मुस्कुराहट बाबस्ता थी तुम्हारे चेहरे पर, पर वक़्त जैसे रुक ही गया हो उस वक़्त मेरे लिए, मेरी गलतफहमी थी, वक़्त कहा रुकता है, देखो शाम भी हैं अपनी जगह, में भी हूं, तेरी याद में कभी कभी चाय पी लेता हु, पर अब शाम बहुत जल्दी गुजर जाती हैं !! #TeaTeller #storyteller #sayings #poetry #quotes #love #life