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Food : for tongue or for health. Its on our tongu

Food : for tongue or for health.

Its on our tongue, what is tasty.
Spicy crazy masala food or
a real taste of every food.
Its on our mind, why we eat,
for taste or for health.
Bodies mechanism goes finished 
with spicy masala food. 
When we are young, body fights 
with this crazy human hobby 
but when our body goes older 
then we need to understand 
that this masala kills 
our digestion system. 
food has energy so we have to eat it 
for health not for taste. 
body is a temple where soul stay, 
where God stay. 
take care of it. #food #taste #heath
हमारी जीभ पर इसका स्वाद कैसा है।
 मसालेदार पागल मसाला भोजन या
 हर खाने का असली स्वाद।
 हमारे मन पर इसका प्रभाव है, हम क्यों खाते हैं,
 स्वाद के लिए या स्वास्थ्य के लिए।
 निकाय तंत्र मसालेदार मसाले वाले भोजन के साथ समाप्त हो जाता है।  जब हम छोटे होते हैं, तो शरीर इस पागल मानव शौक से लड़ता है लेकिन जब हमारा शरीर अधिक पुराना हो जाता है तो हमें यह समझने की जरूरत है कि यह मसाला हमारे पाचन तंत्र को मारता है।  भोजन में ऊर्जा होती है इसलिए हमें इसे स्वाद के लिए नहीं स्वास्थ्य के लिए खाना होगा।  शरीर एक मंदिर है जहाँ आत्मा रहती है, जहाँ भगवान रहते हैं।  इसका ध्यान रखें।
#vibrant_writer कलम बोल रही है।
Food : for tongue or for health.

Its on our tongue, what is tasty.
Spicy crazy masala food or
a real taste of every food.
Its on our mind, why we eat,
for taste or for health.
Bodies mechanism goes finished 
with spicy masala food. 
When we are young, body fights 
with this crazy human hobby 
but when our body goes older 
then we need to understand 
that this masala kills 
our digestion system. 
food has energy so we have to eat it 
for health not for taste. 
body is a temple where soul stay, 
where God stay. 
take care of it. #food #taste #heath
हमारी जीभ पर इसका स्वाद कैसा है।
 मसालेदार पागल मसाला भोजन या
 हर खाने का असली स्वाद।
 हमारे मन पर इसका प्रभाव है, हम क्यों खाते हैं,
 स्वाद के लिए या स्वास्थ्य के लिए।
 निकाय तंत्र मसालेदार मसाले वाले भोजन के साथ समाप्त हो जाता है।  जब हम छोटे होते हैं, तो शरीर इस पागल मानव शौक से लड़ता है लेकिन जब हमारा शरीर अधिक पुराना हो जाता है तो हमें यह समझने की जरूरत है कि यह मसाला हमारे पाचन तंत्र को मारता है।  भोजन में ऊर्जा होती है इसलिए हमें इसे स्वाद के लिए नहीं स्वास्थ्य के लिए खाना होगा।  शरीर एक मंदिर है जहाँ आत्मा रहती है, जहाँ भगवान रहते हैं।  इसका ध्यान रखें।
#vibrant_writer कलम बोल रही है।