रंग बरसे खाटू नगरिया में मेरे श्याम के दरबार में जो है हर हारे का सहारा वो लखदातार श्याम है,वो तीन बाण धारी विष्णु अवतारी वो मेरा श्याम है,मोर छड़ी और काली कमली चेहरे पर बिखरती जिसके मध्यम-मध्यम मुस्कान है,रौनक और बढ़ जाती उस क्षण जब होता श्रृंगार हो तैयार होते मेरे श्याम है,होली खेलने को हर कोई आतुर श्याम मेरा ऐसा बेमिसाल है, बजती ढ़ोलक की थाप लगती सुरों की तान है लगते चार चाँद और भी जब रंग जाता हर कोई श्याम की धुन में,लेकर निशानी ध्वजा की यात्रा और उड़ता सतरंगी गुलाल है, होता हर कोई भागीदार होने को आतुर हो जाता पवित्र खाटू धाम जब लगता जयकारा जय श्री श्याम है, ♥️ Challenge-876 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ होली की हार्दिक शुभकामनाएँ 😊💐💐 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।