कोई जो इतना करीब हो कि ,दूर रहना खले, कोई चेहरा ऐसा की जिसे देखे बिना, दिन ना ढले, कोई शख्श ऐसा की जिसके रूठने पे, ये दिल जले, किसी का इंतजार ऐसा की घडी की ,सुई ना चले। ऐसा प्यार ,ऐसा प्यार तुम करो और फिर वो ना मिले। सोचता हूं कभी की क्या कहूँगा उन आखो से जो सारी रात जगती रही ताकि वो सो सके, क्या कहूँगा उन सांसों को जो ये सोचकर चलती रही ताकि मेरी वो हो सके, क्या कहूँगा उस संघर्ष से जो मुझमे जोश भरता रहा, क्या कहूँगा उस गुरूर से जो मुझमें यु ही अकड़ता रहा, आज मैं निःशब्द हुँ। ©Gautam Sharma #BreakUp #girl