हां, मैंने अपने आंचल का अंबर बनाया है। कि कहीं गर मेरा रास्ता चाहतों से अलग जो चले, तो संभाल सकूं मैं ख़ुद को। कि कहीं गर बंधन मुक्त जो करना चाहूं, तो उड़ान दे सकूं मैं ख़ुद को। कि कहीं मुकम्मल जो करना चाहूं अपनी दास्तां, तो हिम्मत दे सकूं मैं ख़ुद को। हां, वो जो मैंने अपने आंचल का अंबर बनाया है, उसे एक आज़ाद पंछी की तरह खुले आसमान में, उड़ने की इजाज़त दे सकूं। इजाज़त अभिव्यक्ति की, इजाज़त ख़ुद में ख़ुद को मुकम्मल करने की, और वही इजाज़त जो मुझे "मेरा" होने पर गुरूर करता हो। बेबाक, बेख़ौफ़, बेलौस इन सबसे वाक़िफ करवाता हो। जो सिर्फ़ इंसान होने में और इंसानियत में फ़र्क बताता हो। #anchal #aasman #mukkammal #lifelessons #yqbaba #yqdidi