एक अकेली औरत के ऊपर अपनी मरदानगी साबित करते है कुछ लोग हैवान कहो तोह गुस्साते है कुछ लोग क्या सही मायने है मर्द होने का ये भी नहीं जानते है ये लोग बस पता होता है इन्हे औरतों से खेलना जैसे खरीदा हो बाजार से कोई खिलौना ऐसे ही लोग शायद अचानक इकदिन खुद से ही परेशान होते है जैसे तप्ति धुप. में जलते हुए रेगिस्तान होते है... मर्द होते है वह जो सबकी इज़्ज़त करते है दुसरे की इज़्ज़त से नहीं खेलते है ये है मतलब मर्द का मर्द वो नहीं होते जो निर्दोष आबरू से किसी के खेलते है... Priyank Karthik Writeups ** #womenempowerment #inspiration #beman