बेसहारा को सहारा देकर अपने पैरों पर खडा करके स्वतंत्र कीजिए, यही मानवता है। बेसहारा को सहारा देकर अपने पैरों पर खडा करके स्वतंत्र कीजिए, यही मानवता है।