अकेलेपन का एहसास शायद जरूरी होता है खुद से खुद के मिलन के लिए एक सीढ़ी होता है खो गया है बाहर के चकाचौंध में आज हर आदमी अंदर का घना अंधेरा हमें कहां पता होता है दो पल बैठते नहीं हम बिन मोबाइल के अंदर का खालीपन हर दिन बस और बड़ा होता है आईने में देख हम जिस्म संवारते हर दिन मन संवारने का समय कहां हमारे पास होता है भौतिक वस्तुओं के आकर्षण में फंसा हर मजनू यहां दो पल की झूठी खुशियों में हरदम व्यस्त रहता है सोचो तो, अंतर्मन का ज्ञान हमें कहां पता होता है अकेलेपन का एहसास इसलिए शायद जरूरी होता है नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳