भोर का स्वर #पुण्या _के_दाबू आओ मिल प्रभाती गाएं, आओ मिल प्रभाती गाएं, प्रभात के हृदय से स्नेह पाएं, स्नेहिल भाव से दिन भर महकें, चिड़िया से दिन भर चहके, ऐसा खुशी का गीत हो जाएं, आओ मिल प्रभाती गाएं, दुख को थोड़ा सुख दे पाएं,