बांध दिया दर्द नही होता बहुत बुरा हुआ अजी होता है लेकिन बांधा किसे फिर रोते क्यो नही अजी तुम्हे। रोता हूँ जी ओहो हो। लेकिन अंदर अंदर तुमने देखा बहुत तकलीफ होती है हांजी देखा हांजी बहुत फिर बचाया क्यो नही। फिर मुझे भी रोना चाहिये अजी मैं भी बंधा हूँ बिल्कुल रोना चाहिए वर्षो से। लेकिन बांधा किस चीज़ से ओहो हो तुम खुद ही सोच लो बहुत दुःखद #रूढ़िवादी_सोच #यकदीदी #यकबाबा