*📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘*“15/11/2021”*📝 ✨*“सोमवार”*🌟 “जीवन” में ये जानना अति आवश्यक है, जैसे कि “पराजय की बात” की जाए, जब भी हमें “पराजय” मिलती है हम सोचने लगते है कि ऐसा क्यों हुआ ? क्या हमारा “शत्रु” कई अधिक “शक्तिशाली” था या हमारी “नीति” में कोई कमी थी, इन सभी कारणों के पीछे एक बहुत बड़ा कारण होता है, और वो कारण हमारे ही भीतर छिपा होता है, मान लिजिए कि आप एक “मार्ग” पर चल रहे है, वो मार्ग “कंकड़ो” से भरा है लेकिन आपने “चप्पले” पहन रखी है,आप चलकर आगे चले जाते है, अब ऐसा “मार्ग” आता है जो “पुष्पों से भरा” है आपने “चप्पले” पहन रखी है फिर भी आपकी चप्पलों में एक “कंकड़” आ जाता है,तब दो “कदम” चलना भी “कठिन” हो जाता है, इस “संसार” की “बाहरी शक्ति” आपको “परास्त” करने से पूर्व आपके “भीतर की दुर्बलता” आपको “परास्त” कर देती है, आपके भीतर छुपे ये “शत्रु”, इसलिए “सकारात्मकता” इतनी महत्वपूर्ण हो जाती है,“अच्छे लोगों” के साथ रहिए,“अच्छी संगत” में रहिए,“मित्रता” किजिए, “प्रेम” किजिए,ये “प्रेम” अत्यंत शक्तिशाली कवच है... *“अतुल शर्मा”🖋️📝* ©Atul Sharma *📚 *“सुविचार"*🖋️ 📘 *“15/11/2021”*📝 ✨ *“सोमवार”*🌟 *#“जीवन”* *#“विजय”*