मत आजमाओ यूँ मुझे चुप रहकर कही टूट कर मैं बिखर न जाऊ। शायद कल तुम आवाज दो मुझे मुमकिन है की मैं लौट न पाऊ।। #अंकितशुक्ला2009 #ankitshuklaji2009 late night thought..