कुछ इस तरह अधेंर तनहाइयों का कोना चाहता हूँ, निशां भी मिलने ना पाए कुछ ऐसा होना चाहता हूँ। अहसान फरामोशों की दुनिया है ये, हमारा यहां कोई काम नहीं, बस रेत पे गिरी बूंद सा वज़ूद खोना चाहता हूँ। कभी अपने आप से मिल भीड़ भरी इस दुनियाँ से परे पूरी शिद्दत से रोना चाहता हूँ, चीख चिल्ला के पूरे ज़ोरों से निकाल दबी बातों के दिल से गुबार, ज़मी कि गोद पे रख सिर अपना सुकूं से कहीं सोना चाहता हूँ। अहसान फरामोशों की दुनिया है ये, हमारा यहां कोई काम नहीं, बस रेत पे गिरी बूंद सा वज़ूद खोना चाहता हूँ। #shaayavita #far #faraway #runaway #fakelife #heartless