कभी- कभी मेरे ज़हन मे अल्फाज नही कोई ख्वाब, कोई वहम नही, उंगलियो में उलझी कलम नही....! महज़ दिल के पन्नो मे यादों की स्याही से लिखी पंक्तियां होती हैं....! क्या करूँ मुझसे भी अनजाने मे गलतियां होती हैं....! राखी कुमारी #गलतिया होती हैं...😢