प्यार क्या है प्यार पूजा है खुदा की नियामत है, मंदिर की घंटिया और मस्जिद की अजान है, प्यार कोई रिश्ता नही रूह का मिलाप है, समुद्र से गहरा और सबसे पाक है, प्यार दोस्ती की जीती जागती मिसाल हैं प्यार का दूसरा नाम ही शीरी - फरहाद हैं..... Pyar प्यार क्या है प्यार पूजा है खुदा की नियामत है, मंदिर की घंटिया और मस्जिद की अजान है, प्यार कोई रिश्ता नही रूह का मिलाप है,