रंजिश ही सही दिल दुखाने के लिए आ, आ फिर से मुझे छोड़ जाने के लिए आ, जैसे तुम्हें आते हैं न आने के बहाने, ऐसे ही किसी रोज़ न जाने के लिए आ, :- Deepak Chandra जैसे अपनाया है मैंने तेरी मेरी दूरियों को, वैसे तू कभी मुझे अपनाने के लिए आ, जैसे मैं छिपाता हूँ अपने जज्बात तुझे देखकर, वैसे ही कभी मुझे जुल्फों में छिपाने के लिए आ, देकर रंगीन सपने मुझे हमारे साथ के, आ फिर से उन्हे तोड़ जाने के लिए आ, एक बार फिर जिंदगी का सफर मोड़ जाने के लिए आ, रंजिश ही सही दिल दुखाने के लिए आ। Some more lines from my diary... #thoughtsofakumar #collab #yaadein #memories #beetelamhein #lovequotes